Uttarakhand News: उत्तराखंड के भूमि में खरबों के सोने का भंडार – हैदराबाद की कंपनी के साथ समझौता | 2023
कहा पर है वो जगह उत्तराखंड मे ?
उत्तराखंड में एक जगह है जहाँ धरती में खरबों का सोना छिपा है। इस सोने को अब निकालने की कवायद भी तेज हो गई है। अस्कोट क्षेत्र, जो पाल राजवंश की राजधानी है, वहाँ दबे सोने को निकालने के लिए हैदराबाद की कंपनी के साथ करार भी हुआ है।”
अब अस्कोट क्षेत्र, जो पाल राजवंश की राजधानी है, से सोने को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उत्तराखंड सरकार ने हैदराबाद की कंपनी के साथ समझौता किया है। केंद्र सरकार अब प्रस्ताव के विस्तार की मंजूरी का इंतजार कर रही है।
डीडीहाट क्षेत्र के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने सोमवार को पिथौरागढ़ में मीडिया से बातचीत की, और इसमें वह बताया कि पहले किए गए भूगर्भीय सर्वेक्षण में अस्कोट से जौलजीबी और ओगला से भागीचौरा तक, लगभग 15 किमी क्षेत्र में सोना, तांबा, जस्ता और शीशा पाया गया है। कनाडा की कंपनी भी इस सर्वे का हिस्सा थी।
बिशन सिंह चुफाल ने बताया कि पहले कनाडा की कंपनी गोल्ड माइन से सोना निकालने के लिए एक समझौता किया था। उन्होंने कहा कि कंपनी ने क्षेत्र में कई सुरंग खोद कर सर्वे काम पूरा किया था, लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान अस्कोट अभ्यारण्य में एक समस्या उत्पन्न हुई थी। इसके कारण कंपनी को अपना काम ठीक से करने में कठिनाई हुई।
हैदराबाद की कंपनी के साथ समझौता हुआ:
बिशन सिंह चुफाल ने बताया कि अस्कोट अभ्यारण्य से पेंच हटने के बाद, हैदराबाद की एक कंपनी ने सोना निकालने का इरादा रखती है। उनके अनुसार, इस कंपनी के साथ एक समझौता हो गया है। पहले उद्यमिता को अस्कोट से जौलजीबी, ओगला और भागीचौरा क्षेत्रों में सोना, तांबा, जस्ता और शीशा निकालने के लिए लीज मिल गई थी। उसके विस्तार का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है और जल्द ही उसकी मंजूरी की उम्मीद है। खनन कार्य शुरू होते ही, क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा।
आने वाले समय पिथौरागढ़ का होगा:
पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने बताया कि आने वाले समय में पिथौरागढ़ जनपद को विकसित होने की संकेत मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैलास और ऊं पर्वत यात्रा के बाद, यहां पर्यटकों की बड़ी संख्या आने लगी है। गढ़वाल में चार धाम यात्रा की तरह ही, आदि कैलास यात्रा से पिथौरागढ़ के लोग भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि तवाघाट-लिपुलेख सड़क को सुधारने की योजना बन रही है।